पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता है?
पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता है?

स्पर्म जिसको हिंदी में ‘शुक्राणु’ भी कहा जाता है ये पुरुषों में पाया जाने वाला पदार्थ जो कि गर्भधारण के लिए बहुत जरुरी है| किसी भी सफल गर्भधारण के लिए दो चीजें अहम होती हैं। एक तो स्पर्म और दूसरा अंडाणु| लेकिन अगर स्पर्म अपनी गुड़वत्ता खो देता है तो गर्भधारण मुश्किल हो जाता  है| 

कई कारणों की वजह से यह संभव है कि स्पर्म अपनी ताकत खो दे जैसे की जेनेटिक्स समस्या, कोई बीमारी या अन्य स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या| तो यह जानना बहुत जरुरी है की पुरुषों में स्पर्म कैसे बनता, कैसे काम करता और हमें किस बात का ध्यान रखना चाहिए| 

स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए?

कई विश्व संगठनों के अनुसार पुरुषों के वीर्य में 15 मीलियन यानि 1.5 करोड़ शुक्राणु प्रति एम.एल. होने चाहिए| 1.5 करोड़ एक सामान्य स्तर है लेकिन आपको गर्भावस्था पाने के लिए कम से कम 15 लाख से 40 लाख प्रति एम.एल. तो होना ही चाहिए| 

अगर स्पर्म काउंट 1.5 करोड़ नहीं है फिर भी गर्भधारण संभव है, उसके लिए महिला के अंडाणु सामान्य होना जरुरी है| संतान प्राप्त करने के लिए केवल शुक्रणु का काउंट ही नहीं बल्कि उसकी गुड़वत्ता भी उतनी ही जरुरी है और आगे हम इसके ही बारे और गहराई से समझेंगे की स्पर्म कैसे बनता है और उसे कैसे स्वस्थ्य रखा जाता  है| 

स्पर्म कैसे बनता है?

पुरुष के शरीर का महत्वपूर्ण अंग ‘टेस्टिकल्स’ का काम होता है स्पर्म को बनाना| इसी अंग में स्पर्म बनता और रखा रहता है| पुरुषो के अंदर एक हार्मोन होता है, एण्ड्रोजन, जिसका काम होता है टेस्टिकल्स में स्पर्म का उत्पादन करना| 

एक बार शुक्राणु निकल जाने के बाद उसको पूरी तरह से बनने में 72 घंटे का समय लगता है, जिसके लिए एक स्वस्थ शरीर होना चाहिए| 

स्पर्म काउंट गिरने का क्या कारण होता है?

स्पर्म काउंट कम हो जाने के अनेक कारण होते है जिनमे से कुछ तो हमारी गलतियों की वजह से होता है| 

जब यह बात आपको पता चल ही गया है कि शुक्राणु क्यों कम होते है, तो आपको इससे बचने का भी तरीका पता होना चाहिए| आगे हमने कुछ ऐसे तरीके बताये हैं  जिससे आपको अपनी पुरानी क्षमता वापस मिल सकती है| 

स्पर्म काउंट कैसे बढ़ाये?

प्राकृतिक तरीके से स्पर्म काउंट बढ़ने के कई प्रकार होते हैं –

खान पान –

मानसिक ध्यान –

शारीरिक ध्यान

आयुर्वेदिक तरीके

कुछ विशेष ध्यान –