न्युकल कॉर्ड
न्युकल कॉर्ड: कारण, लक्षण, उपचार और सावधानियाँ

न्युकल कॉर्ड (Nuchal Cord) तब होता है जब बच्चे की नाभि नलिका उसके गले के चारों ओर लपेटी जाती है। यह एक सामान्य स्थिति है जो गर्भावस्था के दौरान कई बार पाई जा सकती है। अधिकांश मामलों में, यह बच्चे के लिए कोई गंभीर खतरा नहीं होता, लेकिन कभी-कभी यह प्रसव के दौरान कुछ जटिलताएँ उत्पन्न कर सकता है। इस ब्लॉग में, हम न्युकल कॉर्ड के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, इसके प्रभाव और उपचार विकल्पों के बारे में जानकारी देंगे।

RISAA IVF में, Dr. Rita Bakshi (Obstetrician & Gynaecologist) ने अनेक महिलाओं की गर्भावस्था यात्रा में मार्गदर्शन किया है। यदि आप इस विषय में अधिक जानकारी चाहते हैं या गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार के सवाल का समाधान चाहते हैं, तो हमारी टीम आपकी सहायता के लिए हमेशा तैयार है। इस ब्लॉग में हम न्युकल कॉर्ड के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।

न्युकल कॉर्ड क्या है? (What is Nuchal Cord?)

Nuchal Cord तब होता है जब गर्भ में पल रहे बच्चे की नाभि नलिका (umbilical cord) उसके गले के चारों ओर लिपटी होती है । यह एक सामान्य स्थिति है जो गर्भावस्था के दौरान कई बार देखी जा सकती है। ज्यादातर मामलों में, यह बच्चे के लिए कोई गंभीर खतरा नहीं होती। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में यह प्रसव के दौरान जटिलताएँ उत्पन्न कर सकता है, लेकिन अधिकतर समय यह बिना किसी समस्या के ठीक हो जाती है।

न्युकल कॉर्ड के कारण (Causes of Nuchal Cord)

न्युकल कॉर्ड तब होता है जब गर्भ में बच्चे की नाभि नलिका उसके गले के चारों ओर लिपट जाती है (nuchal cord around neck)। यह एक सामान्य स्थिति है जो लगभग 25% गर्भधारणों में पाई जाती है।

Nuchal Cord के संभावित कारणों में शामिल हैं:

  • अत्यधिक भ्रूण गति: गर्भ में बच्चे की अधिक गतिविधि से नाल गले के चारों ओर लिपट सकती है।
  • लंबी नाभि नलिका: यदि नाल सामान्य से अधिक लंबी हो, तो इसके लिपटने की संभावना बढ़ जाती है।
  • अधिक एम्नियोटिक द्रव: गर्भ में अधिक तरल होने से बच्चे को अधिक स्थान मिलता है, जिससे नाल लिपट सकती है।
  • जुड़वां या एक से अधिक भ्रूण: एक से अधिक भ्रूण होने पर नाल के लिपटने की संभावना बढ़ जाती है।
  • नाल की संरचना में कमजोरी: यदि नाल की संरचना कमजोर हो, तो यह आसानी से लिपट सकती है।

यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि न्युकल कॉर्ड एक सामान्य स्थिति है और अधिकांश मामलों में यह बच्चे के लिए हानिकारक नहीं होती। हालांकि, कुछ मामलों में यह प्रसव के दौरान जटिलताएं उत्पन्न कर सकती है।

न्युकल कॉर्ड के प्रभाव (Effects of Nuchal Cord)

न्युकल कॉर्ड यानी जब बच्चे की नाल उसके गले में लिपट जाती है, तो इसका असर हर गर्भावस्था में अलग-अलग हो सकता है। अधिकतर मामलों में यह एक सामान्य स्थिति होती है और बच्चे पर कोई बुरा असर नहीं डालती। लेकिन कुछ मामलों में इससे थोड़ी सावधानी की जरूरत होती है।

नीचे कुछ संभावित प्रभाव दिए गए हैं:

  • बच्चे की हरकतें कम महसूस होना: कभी-कभी नाल के कारण बच्चे की गतिविधियाँ कम महसूस हो सकती हैं।
  • प्रसव के समय तकलीफ: डिलीवरी के दौरान बच्चे को ऑक्सीजन मिलने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है, खासकर जब नाल बहुत कसकर लिपटी हो।
  • Fetal distress (भ्रूण तनाव): कुछ मामलों में बच्चे को स्ट्रेस हो सकता है, जिसकी वजह से सिजेरियन डिलीवरी की ज़रूरत पड़ सकती है।
  • हार्टबीट में बदलाव: डिलीवरी के समय डॉक्टर को बच्चे की धड़कनों पर नजर रखनी पड़ती है।
  • डॉक्टरी निगरानी की जरूरत: यदि अल्ट्रासाउंड में न्युकल कॉर्ड दिखता है, तो डॉक्टर गर्भावस्था पर खास ध्यान देते हैं।

न्युकल कॉर्ड के लक्षण (Symptoms of Nuchal Cord)

न्युकल कॉर्ड तब होता है जब गर्भ में बच्चे की नाभि नलिका उसके गले के चारों ओर लिपट जाती है। यह स्थिति अक्सर बिना किसी स्पष्ट लक्षण के होती है और सामान्य रूप से गर्भावस्था के दौरान कोई विशेष संकेत नहीं देती। हालांकि, कुछ मामलों में निम्नलिखित संकेत देखे जा सकते हैं:

  • बच्चे की हरकतों में कमी: यदि गर्भ में बच्चे की गतिविधियाँ सामान्य से कम महसूस हों, तो यह नाल के गले में लिपटने का संकेत हो सकता है।
  • बच्चे की हृदय गति में परिवर्तन: प्रसव के दौरान, यदि बच्चे की धड़कनें असामान्य रूप से कम या अनियमित हों, तो यह न्युकल कॉर्ड का संकेत हो सकता है।

क्या न्युकल कॉर्ड खतरनाक है? (Is Nuchal Cord Dangerous?)

न्युकल कॉर्ड एक आम स्थिति है और बहुत बार ऐसा होता है कि बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है। ज़्यादातर मामलों में यह खतरनाक नहीं होती और डिलीवरी भी सामान्य तरीके से हो जाती है।

हालांकि, कुछ मामलों में यदि नाल बहुत कसकर लिपट जाए या एक से ज्यादा बार लिपटी हो, तो बच्चे को ऑक्सीजन मिलने में दिक्कत हो सकती है। ऐसे समय पर डॉक्टर अल्ट्रासाउंड और मॉनिटरिंग से स्थिति पर नजर रखते हैं और ज़रूरत होने पर सी-सेक्शन की सलाह दे सकते हैं।

इसलिए यह कहना सही होगा कि ज्यादातर बार न्युकल कॉर्ड खतरनाक नहीं होती, लेकिन डॉक्टर की निगरानी और समय पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है।

न्युकल कॉर्ड का उपचार (Treatment for Nuchal Cord)

अगर बच्चे की गर्दन में नाल लिपटी हो, तो हर केस में तुरंत इलाज की ज़रूरत नहीं होती। ज़्यादातर मामलों में यह स्थिति खुद ही ठीक हो जाती है या डिलीवरी के समय डॉक्टर इसे संभाल लेते हैं। हालांकि अगर नाल ज़्यादा कस गई हो या बच्चे को कोई तकलीफ हो, तो डॉक्टर ज़रूरी इलाज करते हैं।

न्युकल कॉर्ड के इलाज के तरीके:

  • नियमित अल्ट्रासाउंड से निगरानी रखना
  • बच्चे की हरकतों और धड़कनों पर ध्यान देना
  • प्रसव के दौरान नाल को धीरे से गर्दन से हटाना
  • ज़रूरत पड़ने पर तुरंत cesarean delivery करना
  • डिलीवरी से पहले fetal monitoring करना

न्युकल कॉर्ड के साथ प्रसव (Delivery with Nuchal Cord)

जब बच्चे की गर्दन के चारों ओर नाल लिपटी होती है, तो इसे न्युकल कॉर्ड कहा जाता है। ऐसे मामलों में डिलीवरी मुमकिन है और ज़रूरी नहीं कि हर बार कोई बड़ी परेशानी हो। कई बार नाल ढीली होती है, जिसे डॉक्टर सामान्य प्रसव (normal delivery) के दौरान ही आसानी से बच्चे की गर्दन से निकाल देते हैं।

हालांकि अगर नाल बहुत कसकर लिपटी हो या बच्चे की धड़कनों में गड़बड़ी हो, तो डॉक्टर स्थिति को देखते हुए सिजेरियन डिलीवरी (C-section) का फैसला ले सकते हैं। इस तरह का निर्णय माँ और बच्चे की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया जाता है। सही देखभाल और अनुभव से भरे डॉक्टरों की निगरानी में न्युकल कॉर्ड के साथ भी सुरक्षित प्रसव संभव होता है।

Dr. Rita Bakshi (Obstetrician & Gynaecologist) को 35 से ज़्यादा वर्षों का अनुभव है और वे normal delivery, C-section और high-risk delivery के मामलों में माहिर हैं। उन्होंने महिलाओं को सुरक्षित डिलीवरी में मदद की है और हर माँ को उसकी स्थिति के अनुसार सही सलाह व देखभाल दी है। अगर आपकी डिलीवरी को लेकर कोई चिंता है, तो Dr. Bakshi और उनकी टीम आपके साथ हर कदम पर हैं।

न्युकल कॉर्ड से जुड़ी सामान्य भ्रांतियाँ (Common Myths About Nuchal Cord)

न्युकल कॉर्ड को लेकर कई लोगों के मन में डर और गलतफहमियाँ होती हैं, जो ज़रूरी नहीं कि सच हों। जब बच्चे की गर्दन के चारों ओर नाल लिपट जाती है, तो ज़्यादातर मामलों में यह सामान्य स्थिति होती है और इससे डिलीवरी पर असर नहीं पड़ता, लेकिन फिर भी कुछ बातें लोग बिना जांचे-सोचे मान लेते हैं।

यहाँ हम कुछ सामान्य भ्रांतियाँ बता रहे हैं:

  • भ्रांति: न्युकल कॉर्ड हमेशा खतरनाक होता है।
  • सच: ज़्यादातर बार यह सामान्य होता है और डॉक्टर इसे सुरक्षित तरीके से संभाल लेते हैं।
  • भ्रांति: माँ की ज़्यादा गतिविधि या करवट बदलने से नाल लिपट जाती है।
  • सच: नाल का लिपटना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, इसका माँ की हरकतों से कोई लेना-देना नहीं होता।
  • भ्रांति: C-section ही एकमात्र उपाय है।
  • सच: अगर नाल ढीली हो, तो normal delivery भी आसानी से हो सकती है।
  • भ्रांति: यह माँ की गलती से होता है।
  • सच: यह एक सामान्य गर्भावस्था की स्थिति है, जिसमें माँ की कोई गलती नहीं होती।
  • भ्रांति: इससे बच्चा सांस नहीं ले पाएगा।
  • सच: गर्भ में बच्चा नाल से ऑक्सीजन लेता है, न कि साँसों से, इसलिए गर्दन पर नाल होने से वह घुटता नहीं है।

न्युकल कॉर्ड के बाद के उपाय (Post-Nuchal Cord Precautions)

न्युकल कॉर्ड यानी जब डिलीवरी के समय बच्चे की गर्दन के चारों ओर गर्भनाल लिपटी होती है। ऐसी स्थिति में डिलीवरी के बाद कुछ खास बातों का ध्यान रखना ज़रूरी होता है। ज़्यादातर मामलों में बच्चा पूरी तरह ठीक होता है, लेकिन फिर भी डॉक्टर कुछ सावधानियाँ अपनाने की सलाह देते हैं ताकि बच्चे की सेहत में कोई समस्या न आए।

यहाँ कुछ ज़रूरी उपाय दिए गए हैं:

  • नवजात की जाँच कराएँ: जन्म के बाद डॉक्टर बच्चे की साँस लेने की क्षमता और ऑक्सीजन लेवल की जांच करते हैं। अगर कुछ गड़बड़ी लगे, तो तुरंत इलाज शुरू होता है।
  • बच्चे की हलचल पर ध्यान दें: पहले कुछ दिनों तक बच्चे की हरकतें, रोना और दूध पीने के तरीके पर नज़र रखें।
  • नियमित डॉक्टर विज़िट: डिलीवरी के बाद फॉलो-अप विज़िट ज़रूर कराएँ ताकि बच्चे की ग्रोथ सही तरीके से हो रही है या नहीं, यह जाना जा सके।
  • माँ की देखभाल: माँ को भी आराम और सही पोषण की ज़रूरत होती है, ताकि वह बच्चे की देखभाल अच्छे से कर सके।
  • सांस की कोई दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें: अगर बच्चे को सांस लेने में कठिनाई लगे या नीला-सा दिखे, तो देर न करें।

समापन शब्द

अगर आप गर्भावस्था के दौरान किसी भी स्थिति का सामना कर रही हैं, तो यह बहुत ज़रूरी है कि आप उसकी सही जानकारी रखें और उचित देखभाल करें। इस ब्लॉग में, हमने न्युकल कॉर्ड के बारे में चर्चा की और बताया कि यह कितनी सामान्य और चिंता मुक्त स्थिति हो सकती है। हमने यह भी समझाया कि इस स्थिति के दौरान क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए और इसके उपचार के लिए किन उपायों की आवश्यकता हो सकती है।

RISAA IVF में, Dr. Rita Bakshi (Obstetrician & Gynaecologist) ने कई महिलाओं की गर्भावस्था के दौरान मदद की है और उन्हें विशेषज्ञ सलाह और देखभाल प्रदान की है। यदि आपके पास कोई सवाल हो या आप गर्भावस्था के दौरान मार्गदर्शन चाहती हैं, तो हमारी टीम आपकी सहायता करने के लिए यहाँ है। हमें कॉल करें: 95555 44421/22/23 या ईमेल करें: [email protected]। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

  • क्या नाल की नाल से नॉर्मल डिलीवरी संभव है?

हां, यदि नाल का लूप हल्का हो और बच्चे की स्थिति सामान्य हो, तो नॉर्मल डिलीवरी संभव हो सकती है।

 

  • गले में रस्सी वाला लड़का है या लड़की?

यह जानना मुश्किल है, क्योंकि नाल की स्थिति लिंग से संबंधित नहीं होती। लड़का या लड़की इस पर असर नहीं डालते।

 

  • क्या सोने की स्थिति गर्भनाल को प्रभावित करती है?

सामान्यत: सोने की स्थिति गर्भनाल को प्रभावित नहीं करती है, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी है।

 

  • क्या नूकल कॉर्ड लेबर में देरी करता है?

यदि नूकल कॉर्ड की स्थिति जटिल हो, तो लेबर में देरी हो सकती है। डॉक्टर स्थिति के अनुसार निर्णय लेते हैं।